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रविवार, 21 अगस्त 2016



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जान बची तो लाखों पाएं ...

जान बची तो लाखों पाएं .... मुख्य पात्र : डॉ. जीवनराम घातक, कंपाउंडर चिरकूट, नर्स मिस चमेली, रिसेप्शनिस्ट मिस छिपकली, मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव, रेडियोलोजिस्ट डॉ. हाहाकार, और 4-5 पेशेंट डॉ. घातक की क्लिनिक का दृश्य । डॉ घातक अपने कंपाउंडर चिरकुट के साथ बैठा है । और दोनों मोबाइल पर रियो ओलोंपिक पर सट्टा लगा रहे हैं । डॉ. घातक : (उवासी लेते हुए) अर्रे भई चिरकुट मानसून बीता जा रहा है और बिजनेस बड़ा डाउन चल रहा है । सारे पेशेंट कहां मर गए यार ... कंपाउंडर चिरकुट : शहर में आपके होते हुए पेशेंट कहीं और कैसे मर सकते हैं डॉ. साब ...लोगों खत्म करने का ... मेरा मतलब उनकी बीमारियों खत्म करने का लाइसेंस तो आप ही के पास है गुरु ... डॉ. घातक : हां ये बात है... डॉ घातक के साथ रहकर तू भी बड़ा smart हो गया रे आजकल .... क्यों बेटा.... अरे वो देख, वो मोटा मुर्गा आ रहा है । कर दें इसे हलाल .... जेब हो जाए थोड़ी मालामाल... क्या बोलता है कंपाउंडर चिरकुट : एकदम गुरु... एकदम .... घोड़ा अगर घास से दोस्ती करेगा तो फिर खाएगा क्या .... (एक पेशेंट अपने रिश्तेदार के साथ ...मर गया ... अरे मर गया ... चिल्लाते हुए अंदर घुसा चला आता है, रास्ते में रिसेपनिस्ट उसे रोकती है) मिस छिपकली : Hey.. stop stop.. कहां घुसे जा रहे हो । यह हॉस्पिटल है धरमशाला नहीं... पहले यहां रेजिस्ट्रेशन करवाओ । बाद में अंदर जाना ... समझे या समझाऊं । पेशेंट का relative : अरे, आपको पेशेंट की हालत नहीं दिखती क्या । पहले उसे एडमिट तो लिजिए । बेचारा कितना तड़प रहा है दर्द से ... मिस छिपकली : हेलो मिस्टर ... हम यहां पेशेंट की हालत देखने नहीं, बिजनेस करने बैठे हैं, समझे क्या.. नाम क्या है पेशेंट का । समझे या समझाऊं । पेशेंट का relative : वैसे तो इसका नाम राहुल है पर लोग प्यार से पप्पु पप्पु बोलते हैं । मिस छिपकली : अच्छा तो राहुल उर्फ पप्पु (लिखते हुए) .... अच्छा ये बताईए इनकी मंथली इनकम कितनी है । और आखिरी बार कब मरे थे ... समझे या समझाउं... पेशेंट का relative : मरे थे... क्या मतलब है आपका ... और इनकम क्यों बताएं .. मिस छिपकली : सोरी सोरी ... मेरा मतलब कब बीमार पड़े थे ... इनकम .... देखो भाई जैसे तुम्हारे लिए डॉक्टर भगवान है, वैसे ही हमारे लिए पईसा भगवान है... और इसकी दोनों किडनी सलामत हैं ... समझे या समझाउं... पेशेंट का relative : क्या बकवास कर रही हैं आप । यहां पेशेंट पेट दर्द से मरा जा रहा है और आप ऐसे बकवास सवाल पूछ रही हैं । मिस छिपकली : बकवास.... बकवास हम कर रहे हैं या आप ... तब से मर गया मर गया चिल्ला रहा है ये पेशेंट , अभी तक मरा ही नहीं .. फिर बताईए कौन कर रहा है बकवास .. कंपाउंडर चिरकुट : Hey miss chipkalee… आने दो इन्हें अंदर... आजकल पेशेंट ही भगवान का रूप होता है ... इसकी किडनी विडनी हम चेक कर लेंगे ... let him come inside .. डॉक्टर घातक : चलो चलो लेट जाओ बेटा ... देखें कितनी life बची है तुम्हारी .. (डॉक्टर, उठते हैं और पेशेंट को अंदर खींचकर एक खाट पर लेटा देते हैं । साथ साथ ग्लूकोज़ चढ़ जाता है, bp, ecg सब चालू हो जाता है) पेशेंट : डॉक्टर लगता है मेरा BP बहुत बढ़ गया है, सिर चकरा रहा है । डॉ. घातक : हा, हा हा .. अभी तो देखते जाओ तुम्हारा क्या क्या बढ़ता है मिस्टर पेशेंट । चलो तुम लोग बाहर जाओ ... let me check him properly. वैसे मेरा एक फंडा है कि मैं बिना शेर पढ़े पेशेंट को हाथ नहीं लगाता ... तो शेर कुछ यूं है _ अगर तुम जिंदा हो तो ये खुदा की मेहरबानी है अगर हम मेहरबां हुए तो तुम जिंदगी की भीख मांगोगे ... ह हा हा कंपाउंडर चिरकुट : वाह डॉक्टर साब... क्या शेर है .. वाह.. जिंदगी की भीख मांगोगे ..एकदम सही ... वाह वाह ... (पेशेंट को ठोक-पीट कर चेक करता है) पेशेंट का relative : अरे यह हास्पिटल है या मुजायरा सेंटर ... शायरी मारते रहोगे या पेशेंट को भी देखोगे ... डॉ. घातक : पेशेंट को हमने देख लिया मिस्टर फ्रेंच कट , यह बहुत खूबसूरत है ... मेरा मतलब ... he is very fine … लेकिन हमें इसका एक छोटा सा ओपरेशन करना होगा... उससे पहले कुछ चेक-अप करने होंगे । ओपरेशन कल करेंगें । ओके । पेशेंट का relative : पर इन्हें हुआ क्या है ? कंपाउंडर चिरकुट : तुम्हे यह पूछने का हक नहीं है कि इन्हें क्या हुआ ... जब कुछ हो जाएगा तो अपने आप ही पता चल जाएगा । anyway आपको ये सिर्फ 32 टेस्ट करवाने होंगे । (टेस्ट की लंबी सी लिस्ट पकड़ाते हुए) कहीं जाने की जरुरत नहीं है, हमारे यहां सारी facility है । उधर हमारे चाचा का x-ray है, इधर हमारे ताऊ का MRI है, और वहां हमारे मामा का अल्ट्रासाउंड है । और हां ये मिस छिपकली से लाइफ इंश्योरेंस जरुर करवा लेना । क्योंकि ओपरेशन के बाद पेशेंट कहीं ऊपर टपक गया तो तुम्हें लाख दो लाख मिल जाएंगें .. समझे (आकर आराम से चैयर पर बैठ जाता है ) पेशेंट का relative : देवा रे देवा... ये किधर फंस गया रे देवा .. डॉ. घातक : ओफ़ बहुत गरमी है, अरे चिरकुट हमारा मोबाइल नहीं मिल रहा भाई .. । जरा मिस कॉल मार तो तो देखें कहां रह गया सुसरा ... (चिरकुट मिसकॉल मारता है तो अंदर से रिंगटोन आती है, फिर नर्स दौड़ती हुई आती है .... ) सिस्टर : डॉक्टर, डॉक्टर जल्दी चलिए, बैड नंबर 7 का पेशेंट जिसका कल आपने ओपरेशन किया था ना उसके पेट से अजीब सी आवाज आ रही है । डॉ. घातक : आवाज तो मेरे दिल से भी आ रही मिस चमेली ..पर तुम तो कभी सुनना ही नहीं चाहती इस दर्दे दिल को ... सिस्टर : अरे ये क्या डॉक्टर, कहीं पेशेंट मर मरा गया तो क्या होगा, जल्दी चलिए । डॉ. घातक : मरता है तो मरने दो मिस चमेली, हम तो यूं ही मरे पड़े हैं आपके इश्क में ... चलो तुम ... तुम कहती हो तो देख लेते हैं कि बेटा जिंदा है या गया ... (पेशेंट बैड़ पर पड़ा पड़ा चिल्ला रहा है, कंपाउंडर चिरकुट फिर से कॉल करता है) डॉ. घातक : अरे इसके पेट से तो गाना बज रहा है ... कर दे मुश्किल जीना इश्क कमीना... कंपाउंडर चिरकुट : अरे ये गाना नहीं डॉक्टर आपके मोबाइल की रिंगटोन है ... ओपरेशन के चक्कर में कहीं आपका मोबाइल इसके पेट में छूट तो नहीं गया .... नर्स : Oh my God… मोबाइल पेट के अंदर ... अब पेशेंट का क्या होगा डॉक्टर .... डॉ. घातक : तुम्हें पेशेंट की पड़ी है, मेरा देढ़ हजार का मोबाईल अब तक बर्बाद हो गया होगा इसके पेट में .... याद आया... इसके कल ओपरेशन के टाइम पर लाइट चली गई थी ना तो मोबाइल की फ्लैश लाइट से ओपरेट किया था इसे ... शायद हाथ से छूट गया होगा ..... अब इसे नींद का इंजेक्शन देकर मरवा दो... मेरा मतलब सुला दो.. कल इसका फिर से इसका पेट खोलना पड़ेगा ... (तभी एक पेशेंट का अपनी टूटी टाँग लेकर आता है ) पेशेंट : डॉक्टर साब, मेरी टांट टूट गई है । बहुत दर्द हो रहा है । कुछ करें । चिरकुट : आपका X-ray करना पडेगा । डॉ हाहाकार जरा इसका X-ray निकाल लें डॉ. हाहाकार : ओह ... आ जाओ आ जाओ .. लेटो .. अभी लेते हैं तुम्हारा x-ray .. (पेशेंट को एक जगह सुलाकर दूर से एक्स रे निकालता है) पेशेंट : ये कैसा X-ray है भाई .. टांग टूटा है इहां और X-ray कर रहे हो वहाँ... डॉ. हाहाकार : ये आयुर्वेदिक एक्स रे है भईया, इसका कोई साइड इफैक्ट नहीं है । (एकदम से हड़बडाकर उठ जाता है) पेशेंट : आयुर्वेदिक एक्स रे... ये क्या है भाई .. अब कही होमोपेथी प्लास्टर ना चढ़वा देना ..... । डॉ. हाहाकार : टेंशन ना लो बेटा ... मेरा नाम डॉ. हाहाकार है...मैने किये बहुत से चमत्कार ..... अभी आ जाता है तुम्हारा x-ray अरे ये आपकी टांग तो बिल्कुल टूटी पड़ी है .. डॉ. घातक : टाँग टूट गई ... कोई बात नहीं ... आज ही ओपरेशन करके इसमें लोहे की रॉड डाल देते हैं ... चिरकुट कर दो इसे एडमिट भईया ... (सब लोग पकड़कर एडमिट कर देते हैं और ओपरेशन शुरु कर देते हैं) डॉ. घातक : संभाल के संभाल के .. कहीं बच गया तो पाप लगेगा ... अच्छा तुम्हारी आखिरी ख्वाहिश क्या है मिस्टर लंगड़ेप्रसाद .... मैं हर ओपरेशन के पहले पेशेंट की आखिर ख्वाहिश जरुर पूछ लेता हूं ... क्योंकि कल के लिए by chance मर गया तो लिए भूत बनकर मुझे सपने में ना कहे कि मुझे जलेबी खानी है .. कि पोकेमन गो खेलना है .. क्यों darling सही कहा ना मैंने ... नर्स : Yes doctor , you are right .. तो क्या मैं पेशेंट को बेहोश करने के लिए डॉक्टर senseless को बुलाऊं ... डॉ. घातक : डॉक्टर senseless की क्या जरुरत है sweet heart ... ये लो मेरे shocks सूंघा दो ... तीन दिन से पहले उठ जाए तो कहना ...... सूंघाओ सूंघाओ.... डरो मत ... very good .. ये हो गया पेशेंट बेहोश ... अब इसकी ये हड्डी में hole मारते हैं .. ये हो गया hole अर ये डाली उसमें लोहे की रॉड... काम हो गया... ऐसा करते हैं इसका knee replacement भी एक साथ कर देते हैं नहीं तो बुढ़ापे में फिर से ओपरेशन करना पड़ेगा बेचारे को ... कंपाउंडर चिरकुट : हां बिल्कुल डॉ घातक ... ये लो imported knee… चलो ye knee replacement भी हो गया... अब तुम घोड़े की तरह दोडोगे बेटा ... (थोड़ी देर में पेशेंट होश में आता है और रोने लगता है) नर्स : क्या हुआ ... क्यों रो रहे हो ... दर्द हो रहा है क्या ... पेशेंट : दरद वरद गया भाड़ में... हड्डी टूटी लेफ्ट लेग की और ओपरेशन कर दिया राइट लेग का ... बोले तो कंपाउंडर चिरकुट : कोई बात नहीं... कल दूसरे पैर का भी कर देंगे ... मिस छिपकली बिल का एमाउंट डलब करो ... पेशेंट : कल दूसरे लेग का ... ये लोग तो जिंदा आदमी का ही पोस्टमार्टम कर डालेंगें लगता है ... जिंदगी प्यारी है तो भाग ले बेटा ..... बोले तो (कूद फांदकर भागता है ... कंपाउंडर .. नर्स सब पीछे भागते हैं... ) कंपाउंडर चिरकुट : डॉक्टर वो तो भाग गया.... बिना पेमेंट किए ... (सब चिल्लाते हैं ... एक रूक जा ... कहां जा रहा बिना पेमेंट के ... रूको ..) डॉ. घातक : टेंशन मत लो.. मुझे तो ये पेशेंट शक्ल से ही वो चोर लग रहा था इसलिए मैंने उसकी किडनी निकाल ली थी ... बोले तो .. हा हा हा ... (तभी एक MR का प्रवेश ) कंपाउंडर चिरकुट : आईए आईए MR श्री कमीशन सिंह ... कैसे हैं आप कमीशन सिंह : डॉ. साहब आपने तो कमाल कर दिया... आपने तो कंपनी का एक साल का टार्गेट छह महीने में ही पूरा कर दिया ... कंपनी ने आपको लिए ये स्विट्जरलैंड का और चिरकुट के लिए थाइलैंड का पैकेज दिया है । कंपाउंडर चिरकुट : मुझे थाइलैंड क्यों.. मुझे भी स्विट्जरलैंड का पैकेज चाहिए .... मैंने भी तो हमारे पेशेंट की बॉडी में न जाने कितनी किलो दवाईयां डंप की हैं ... कमीशन सिंह : सोरी मिस्टर चिरकुट ... जैसे आप पेशेंट की इनकम देखकर इलाज करते हैं वैसे ही हम भी आदमी की औकात देखकर पैकेज देते हैं .... कंपाउंडर चिरकुट : चलो, चलो.. अभी पेशेंट देखने का टाइम है... निकलो यहां से .. बड़ा आया औकात देखने वाला ... कल से इसकी सारी दवाईयां बंद ... हूट .. (MR कमीशन सिंह का प्रस्थान एक नेता टाइप दूसरे पेशेंट का प्रवेश... उसे देखकर रिशेप्सनिस्ट खड़े होकर नमस्कार करती है) नेता टाइप पेशेंट : हां भई डॉ. घातक कैसे हैं आप ? डॉ. घातक : आईए आईए MLA साब, कैसे आना हुआ ? सब कुशल तो है ना ? नेता टाइप पेशेंट : हां हम तो ठीक हैं, पर उस पेशेंट का क्या हुआ जिसके पेट में आप अपना मोबाइल भूल गए थे । डॉ. घातक : अरे साहब, आप जब तक हमारे साथ हैं तब तक हम मोबाइल क्या पूरा टावर भी पेशेंट के पेट में घुसा दें तो भी हमारा कुछ नहीं हो सकता ... हा हा हा नेता टाइप पेशेंट : बुरा ना माने तो एक बात पूछूं डॉक्टर साब, मैने सुना है कि आप जानवरों का भी इलाज करते हैं... दरअसल मेरे कुत्ते को तीन दिन से खांसी है ... थोड़ा अगर ... डॉ. घातक : हें हें हें ... इसमें बुरा मानने की क्या बात है नेताजी... मैं ओरिजनली जानवरों का ही डॉक्टर हूं ये तो मेरे हाथ एक घोड़ा मर गया तो उसके मालिक ने इतनी लात मारी कि मैं animal doctor से human doctor बनने के लिए मजबूर हो गया ... आपको टेंशन लेने की जरुरत नहीं मैं कल आकर आपके कुत्ते का अल्ट्रासाउंड कर जाउंगा मेरा मतलब चेकअप कर लूंगा.. .. नेता टाइप पेशेंट : thank you doctor… मुझे आपसे यही उम्मीद थी ... डॉ. घातक : चलो रे सब पेशेंट नंबर 1 के ओपरेशन की तैयारि करो ... डॉ हाहाकार... पेशेंट का bp और CT scan निकालो .. चिरकुट तुम इसे ओक्सिजोन चढ़ाओ ... फटाफट करो ... चलो चलो (डॉ हाहाकार दूर से ही bp की रिडींग ले रहा है, सीटी बजाकर उसका सीटी स्कैन कर रहा है... चिरकूट सायकल के पंप से उसे ओक्सिजोन दे रहा है ...फिर उसे OT में ले जाते हैं) कुछ देर बाद ... डॉ. घातक : congratulations friends .. ओपरेशन सक्सेसफूल रहा पर हम पेशेंट को बचा नहीं पाए ... अरे कुत्ते के इलाज के चक्कर में मैं तो इसकी आखिरी ख्वाहिश भी पूछना भूल गया ... पर अभी इसके मरने की बात अभी इसके रिलेटिव को बताना नहीं... लाश को RBU यानी राम भरोसे यूनिट में शिफ्ट कर दो .. जब तक लाश सड़ेगी कुछ कुछ बिल ही बन जाएगा .... पेशेंट का relative : क्या हुआ डॉक्टर मेरे चाचा ठीक हैं ना ... कंपाउंडर चिरकुट : वो एकदम ठीक हैं, उनके हार्ड, किडनी और लिवर को छोड़कर बाकि पार्ट्स एकदम बढिया काम कर रहे हैं ... हमने उन्हें RBU ... मेरा मतलब ICU में रखा है भगवान ने चाहा तो वो तीन दिन में जिंदा होकर दौड़ने लगेगें ... (तभी पेशेंट का रिलेटिव अपनी दाढी-मूंछ उतार देता है और पिस्तोल निकाल लेता है और अपना असली चैहरा पेश कर देता है... सब लोग डर कर एक तरफ़ छुप जाते हैं ।) पुलीस इंस्पेक्टर : मैं हूं पुलीस ऑफिसर करण सिंह ... क्यों जब डॉक्टर नकली, कंपाउंडर नकली, हॉस्पिटल नकली तो एक आध पेशेंट भी तो नकली होने चाहिए ... बहुत हो गया तुम लोग का नाटक ...मैं सबको अरेस्ट करता हूं .... डॉ. घातक : माफ़ कर दो इंस्पेक्टर साब, बहुत ही गरीब डॉक्टर हैं हम तो .. (पर्स से कुछ पैसे निकालकर रिश्वत का इशारा करता है) पुलीस इंस्पेक्टर : रिश्वत देता है, मुझे रिश्वत देता है.... अभी बताता हूं ......... अरे, तुम लोग यहां पेशेंट की जान से खेलोगे... उसकी किडनी निकाल लोगे... फालतु की दवाईयां खिला खिलाकर स्विट्जरलैंड और बैंकाक घूमने जाओगे... जरुरत हो ना हो पर महीना महीना भर पेशेंट को एडमिट कर अपनी जेब गर्म करोगे ..... अरे तुम लोगों ने तो इंसान के जिस्म को अपने experiments करने की laboratory बना रखा है, हर बात पर पर MRI , हर बात पर ultrasound, ये टेस्ट वो टेस्ट .... और आखिर में एक सर्दी खांसी की बीमारी का भी लाख दो लाख बिल बनाकर लोगों को लूटते हो ... पर अब और कानून ये तमाशा नहीं देख सकता ... अब हम ये नहीं होने देंगे ... याद रखो, मेडिकल का प्रोफेशन एक इज्जतदार और humanity का profession है जिसे तुम जैसे फर्जी डॉक्टर बदनाम कर रहे हैं ...लोगों का भरोसा उठता जा रहा है डॉक्टर रूपी भगवान पर ..... तुम्हारे पापों का घड़ा भर चुका है ....चलो अब जेल से चलाना अपनी क्लिनिक ... (हाहाकार और नर्स भागने की नाकाम कोशिश करते हैं ... पर इंस्पेक्टर सब को पकड़कर ले जाता है) _ समाप्त _